हमरो बौवाकें मामा , किनके लैथिन जामा ! बौवा जेथुन मामा गाम , आएल छै बौवाकें नाना !! नानाके बारीमें फरल लताम , बौवाके मुंहमें भेल नै दाँत ! बौवाके नान…
Read moreकरम के डोर सँ बान्धल अछि जिनगीकऽ एक कहानी जन्म दैत अछि माँ बाप करम तऽ अपनेही भाग ~ ६ ( नवधिया राजा के घर जाएत छथि। राजा द्वार पर रहै छथि । नवधि…
Read moreबेच देलियै हमर सच्चाँ प्रेम अहाँ बजार में , खोजि देखु अशरफ भेटत नै लाखो हजार में !! हृदय हमर निकाएल हाथ पऽ राखि कऽ आहाँ , निलाम कऽ देलौ खार कऽ बीच ओहि ख…
Read moreदुनिया के हरेक खुशी अहाँक मिले , अहाँक चेहरा पर हरदम मुस्कान खिले ! दुनिया के हर गम सँ रहू अहाँ कोसो दूर , आजुकऽ दिन अहाँक याह् वरदान म…
Read moreहम मैथिल छी , मिथिलावासी ! पाग हमर , स्वाभिमान थिक !! जगमें मैथिलीकऽ पहिचान करौलखिन , हुनके महाकवि , विद्यापति नाम थिक !! अप्पन भाषा - अप्पन…
Read moreमिथिलाके अछि शान विद्यापति हमरासबहक जान विद्यापति गम गम गमकै छैक ई भाषा मैथिलके पहिचान विद्यापति पसरल सगरो गीत छै हुनकहि संगीतकऽ सुर-तान विद्यापति …
Read moreअनेक किसिमकऽ भाषन दऽकऽ, विश्वास सबके करेलौ अहाँ ! कुर्सी पाछा बेहाल रहैछि, भोट लऽकऽ परेलौ अहाँ !! अासा छल बड़ हमरा सबके मिथिला मे नव भोर होतै ! सबहक सप…
Read moreयौ जी एखनो कि सोचैछी , बेर-बेर किय माथ पिटैछी ! रङ्गभूमिमे तान्डब्य मचल अछि , अहाँ कोना विश्राम करैछी ? [ १ ] मिथिला जननी खूब कनैय , आखिसँ श्रवन नोर ब…
Read moreकरम के डोर सँ बान्धल अछि जिनगीकऽ एक कहानी जन्म दैत अछि माँ बाप करम तऽ अपनेही भाग ~ ५ ( राजा महलकऽ भीतर जाइत अछि आ बेटी सँ पुछैत छथि । ) राजा…
Read moreभरि साल ओ रहली सासुर नैहर आब बजाबू एलै देखियौ खरनाके दिन सामा चलू बनाबू छोटकी बहिनो हंस बनाबू जेठकी दिदी चकेबा हम बनाबी ढोलकियासब भौजी बनबू चुगला …
Read moreएक दिन के मेला में अतेक बड़का झमेला हरा गेलै हमर कनियाँ कहबै बेटी के अलाउंस करेला © एस के मैथिल
Read moreसीताके इ पवित्र भूमि, बुद्धकऽ कहाबे पावन धाम ! घर - घर जत तिलकोर तरैये , गाछमे लटकल मिठगर आम !! सुरबीर जै धरतीके बेटा , बुघिमानीके बढका बगान ! लोरिकऽ,…
Read moreमईया के सोभे लाल चुनरी आ सोभे गलामें गिरमल हार ! अप्पन मिथिलाञ्चलकऽ पावन धरती पर , मईया अइली होके शेर सवार !! © एस के मैथिल…
Read moreपूजाकऽ थाली रसोई में पकवान , दौरा में लऽकऽ चलू छठिकऽ समान ! हाथ में फुलझरी ललू अाई चमकतै जहान , घाट पर अौता अाई सुरूज भगवान !! [ १ ] सफलता कदम चुमैत रह…
Read moreकरम के डोर सँ बान्धल अछि जिनगीकऽ एक कहानी जन्म दैत अछि माँ बाप करम तऽ अपनेही भाग - ४ ( मेनुका अप्पन पति के लऽक बुढ़िया माँ संगमें हुन्का घरमे…
Read moreभेल छै अन्याय सब बेस जानि रहल छै , हक़ अधिकारला मधेश कानि रहल छै !! जेकरे घर, ओहे भेल छै घर सँ बंचित , खस सासक छातीमें गोली तानि रहल छै !! जेकरे कर सँ …
Read moreकिनको पैगाम के दिल सँ पढ़ि लिअ , किनको चाहत के एहसास कऽ लिअ ! प्रेमक प्यासल छी हम अहाँ , अप्पन छाती सँ साटि लिअ , नैन सँ नैन मिलाकऽ मिठगर बात…
Read moreकरम के डोर सँ बान्धल अछि जिनगीक ऽ एक कहानी " जन्म दैत अछि माँ बाप करम तऽ अपनेही " भाग - ३ ( बिहाने होइबते मेनुका अप्पन पतिके ल ऽक अ…
Read moreकरिया कौवा उजरा कौवा , स्कुल पढ़े जाउ यौ बौवा ! पढ़ि लिखक बनु बुद्धियार , साँझके किनदेब चकलेट चार !! सिलेट लऽ लिय पिनसुल लऽ लिय , हाथमें लऽ लिय खाएलेल …
Read moreसंघर्षक' पथ पर हौसला बुलन्द अछि जीत आव लग अछि नै कानु माय जल्दिए लौटव हम अधिकार प्राप्तिक ऽ संग अहाँक शरण में ! ___________________________ …
Read moreअपनाकऽ वीर गोर्खाली कहैत छी , बन्दूक लऽ खाली वार करैत छी ! दम हबे तऽ आउ खाली हाथ , हम मधेशी जंग के ऐलान करैत छी !! नै तिर चलत नै चलत तलवार , आ नै…
Read moreगाम - नगर में सोरसराबा सुनल गेल बड़ बेसी , लोकतन्त्र में अपन अधिकार लऽकऽ रहत मधेशी ! जनसंख्या सँ जनसागर में जोरल छलौं हम सीधा , खाकऽ हमहुं लाठी गोली प…
Read moreचलु अन्तिम साँस धरि लडाइ लडब सङ्गी । अपन हक-अधिकार, ल ऽ एके रहब सङ्गी ॥ जतबे दमन-शोषण, ततबे अन्याय भऽ रहल । शपत मातृभूमीके, जुनि आब सहब सङ्गी ॥ जनम …
Read moreअहाँ छी चनचल गुड़िया मिथिलाके , मिथलानी हवे अहाँक नाम ! बढ़ैबहो सगरो जगमें माई-बाबूके मान , मिथिलाके धिया सिताके सामान !! देखिक' आहाँक एहन स्वरुप ,…
Read moreकरम के डोर सँ बान्धल अछि जिनगीक ऽ एक कहानी जन्म दैत अछि माँ बाप करम त ऽ अपनेही भाग ~ २ राजा : बेटी दिक्षा ! अहाँ सबके कॉलेजसँ आबैमें कि…
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