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|| बौवा हमर ||
जन्म दैत अछि माँ बाप करम तऽ अपनेही, भाग ~ ६
गज़ल ~ बेच देलियै हमर सच्चाँ प्रेम अहाँ बजार में
Maithili Shayari ~ दुनिया के हरेक खुशी अहाँक मिले ...
|| मिथिलाक' आन महाकवि विद्यापति ||
गज़ल ~ मैथिलके पहिचान विद्यापति
गज़ल ~ अनेक किसिमकऽ भाषन दऽकऽ
|| निर्माण मिथिला के ||
जन्म दैत अछि माँ बाप करम तऽ अपनेही, भाग ~ ५
|| सामा-चकेबा खेलू बहिना ||
चरिपतिया ~ २
|| इ केहन जमाना आबि गेल ||
चरिपतिया ~ १
|| घाट पर अौता अाई सुरूज भगवान ||
जन्म दैत अछि माँ बाप करम तऽ अपनेही, भाग ~ ४
गज़ल - भेल छै अन्याय
Maithili Shayari - किनको पैगाम के दिल सँ पढ़ि लिअ
जन्म दैत अछि माँ बाप करम तऽ अपनेही, भाग ~ ३
|| पढ़ु लिखू ||
|| संघर्षक' पथ पर ||
|| जंग के ऐलान करैत छी ||
|| गाम - नगर में ||
गज़ल - चलु अन्तिम साँस धरि लडाइ लडब सङ्गी !!
|| मिथिलानी ||
जन्म दैत अछि माँ बाप करम तऽ अपनेही, भाग ~ २