Maithili Bujhauwal - मुसीबत में जीत सदैत अहिं के हेत


नदी के पास एक आदमी खड़ा छलैथ तखने अचानक एक शेर आबि गेलैथ। आदमी नदी में कूदही वाला छलैक की, तखने हुनका दू - दू टा संगोई दिखाई दैत अछि, एहन में हुनका पास आब कोनो रास्ता नई बचल छल। उ नई एम्हर देखलक नई ओम्हर, सीधे गाछ पऽ चहड़ि गेलन। जब उ बिच गाछ पऽ पहुंचहीवाला छल की सामने डाढ़ि पऽ एक विषैला सांप देखाई पड़ैत अछि। आब तऽ उ बीचेमें अटकि गेलैन  मुदा सौभाग्य के बात ई कही की गाछ के निचा एक बन्दुक राखल छल। जेकरा यदि उ उठाबि लैत छथि तऽ बन्दुक सँ गोली चालबि कऽ शेर सँ बचि सकैत अछि। आब प्रश्न ई खाड़ भऽ रहल छैक की उ व्यक्ति नई ऊपर जा सकैत अछि आ नई निच्चा बन्दुक उठाब के स्तिथि में छैक। एहन में की करतै तऽ हुनकर जान बाँचि सकैत अछि। किएक तऽ पानि में संगोई सेहो छैक।

ई तस्वीरकऽ बुझौवल के अपने सब में सँ लाखों में एक गोटे के पास मात्र छैक उत्तर। आब देख के ई छैक की, के छैक उ बुद्धिमान व्यक्ति जे एकर उत्तर खोजि' निकालमें सफल भऽपबैत अछि। दिमाग पऽ जोर लगाबि, बुद्धि दौड़ाबी… यदि अहाँ एकर सही जवाब ढूंढि सकलौं तऽ यकीन मानु अपनेक केहनो मुसीबत में जीत सदैत अहिं के हेत।  

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