गज़ल ~ अहिं हमर प्राण छी

अहिं   हमर    जान   छि    अहिं    हमर   प्राण   छी
करेजामे    अहाँक    बैठाबि    अहिं    भगवान   छी

छोड़ परतै तऽ छोड़ि देबै दुनिया अहाँक पाब'क लेल
अहाँ पऽ अप्पन जिनगी लुटा देब अहिं अरमान छी

तरेगन गिन-गिनक राति कटैय अहाँक इन्तजारमें
प्रेमक  नाम  नई  हसाएब कखनो  अहिं  गुमान छी

थालमें  फुलाएबला  फुल  हम अहाँ  फुल गुलाब छी
अछुत छि हम अईकेर दुर करएबला अहिं स्नान छी

जिनगी  अहाँक  सँगे  बिताएब  हातमें  धऽकऽ हात
अन्हरिओ जिनगीकेर ईजोर करेबाक अहिं चान छी

करेजा  चिरकऽ  देखु  ई दिलमें अप्पन  सुरत देखब
छोड़ब   नई  सँग  कखनो  अहिं  दुनिया  जहान  छी
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हाल : सऊदी अरब  

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