अप्पन जीवन संगिनी बना लिअ हमरा , ई दिलमें कतौ नुका लिअ हमरा !! अहाँ होउ नै हमरा सँ कहियो दूर , ई ज़ालिम दुनिया सँ बचा लिअ हमरा !!
Read moreमाथ उघारने ऐठ कऽ चलै कनियाँ ! हरदम बिखे बोली उगलै कनियाँ !! लागै लाज सरम सब धो कऽ पी लेने ! भैसुर संग हँसि - हँसिकऽ बोलै कनियाँ !! भाई - भाई म…
Read moreकिनको नै होइत अछि कफ़न रंगीन जिनगी में , हमर अप्पन कहै छी किया ज़मीन जिनगी में !! घेरा घेरकऽ प्रेमके पाथर बनौलकऽ हृदय , फेर सोचैछी किछु करब हम अधीन जिन…
Read moreसुनु - सुनु एक कथा सुनु , गौरवमय मिथिलाकऽ गाथा सुनु ! नै वेद, नै कुरान के, कथा छैक अप्पन मिथिलाकऽ संस्कार के !! गामें - गाम, टोले - टोल , घुमिकऽ देखि…
Read moreएक दिनके बात छैक एगो छौड़ी अपना प्रेमीसँ कहैत अछि । छौड़ी : हम मोबाइल आ अहाँ ओकर सिम कार्ड ( छौड़ा तऽ खूबे खुश भगेल आ कहिय ) छौड़ा : अहाँ हमरा सँ…
Read moreआङ्गुर पर नचा रहल य गरिबी बहुत चीज सिखा रहल य गरिबी॥ आन्हर बनि जिवैत रहलौ सदित, आँखि आइ खोला रहल य गरिबी॥ दुखक पहाड़ टुटि गिरल छातीपे, हकनि नो…
Read moreकिस्सा सुनाबि हम किनका खिस्सा जियान भऽ गेल ! प्रेमक ऽ अगाँज कऽ हमरासँऽ ओ दोसरके जान भऽ गेल !! हुनके प्रेमके रँगमे रँगायल छलौ हम ! फेर उहे बेवफा …
Read moreई शायरी प्राप्त करि !
Read moreजिनगी एक अजीब दास्तान छैक जे जन्म त ऽ माँ बाप दैत छथिन मुदा करम अपनेही होयत अछि। जे जेहन काज करैत छैक हुनका ओहि अनुसार जिनगीक ऽ फल मिलैत अछि। आ संगे विधाता छ…
Read moreवर्षो - व र्षतक करैत ऐलीयौ, पहड़िया शासक के गुलामी ! आब नै करबौ तोहर शासक के गुलामी !! मधेशकऽ माटि पऽ पहड़िया , प्रशासन खेलैत ऐलै खूनकऽ होली ! आब …
Read moreमाथ उघारने ऐठ कऽ चलै कनिया ! हरदम बिखे बोली उगलै कनिया !! लागै लाज सरम सब धो कऽ पी लेने ! भैसुर संग हँसि - हँसि बोलै कनिया !! भाई - भाई में युद्ध बिखण…
Read moreकानि उठल ई धरती आश्मान , भगवानक' अजीब लीला देखिकऽ ! जिनका भगवान मानैत छल सब , चलि गेल सबके अकेला छोड़िक' !! किया आइल ई बर्वादिक राति …
Read moreपरदेशी यौ परदेशी ! परदेशी !! परदेशी !!! बैरी बैमनवां हमरो सजनावां सुति भुलैली की यौ बलमुवां परदेशी .............. सुन-सुना अँगना छै अहाँक बिना नि…
Read moreनितदिन ई बन्द हड़ताल किया ? अइ कोठी धान ओइ कोठी चाउर किया ? सत्ताके पाछु मरल गरीब जनता , नेताके चाहि अधिकार किया ? आम नागरिक भेल छै तवाह एत: उ मौज करैय…
Read moreहँसैत - हँसैतमें छीन लैत अछि भत्ता ! फेरसँ जिनगीमें लाधि दैत अछि जत्ता !! कहियो उच तऽ कहियो नीच कैह् के ! एक आपसमें लड़ाबि दैत अछि सत्ता !! ख…
Read moreहृदयमें घर बनाक ऽ प्रेमक ऽ संगीत सँ सजेलौं अहाँ ! फेर नाजुक दिल हमर तोड़ि कत चलि गेलौं अहाँ !! हर एक साँस प ऽ अहिंके नाम लिखने छलौं प्रिय ! स्नेहक ऽ …
Read moreआँखि बंद करैत छी तऽ , अहिंक ऽ चेहरा नज़र अबैत अछि ! नजाने किया हर जगह हमरा , अहिंक ऽ तस्बिर नज़र अबैत अछि !!
Read moreप्रेमक पटरी पर चहड़ि गेलौं, अहाँक हाथ पकड़ि लेलौं ! चाहे दुनियाँ आब किछ कहे, हम तऽ अहाँके जीवनसाथी मानि लेलौं !!
Read moreमाई अहाँक नेह अनमोल , जेकर नै रहल कोनो मोल ! सौसे दुनिया हम घुमि एलौं , मिल ऽ ल नै कतौ एहन स्नेह !! मिठगर बोली रातिक ऽ लोरी , आरे निन्दिया चोरी - चोर…
Read moreई शायरी प्राप्त करि !
Read moreसहिद सब सदा अमर रहे, मधेशक जन - जन में प्रण रहे ! ई देश रहे संग मधेश रहे, पर सोषक के नै निशान रहे !! ।१ । ई जान रहे अभिमान रहे, पर मधेशी के एक शान रह…
Read more__.✍ विन्देश्वर ठाकुर जनकपुर धाम (नेपाल) हाल : दोहा, क़तार ठण्डाके मौसम, ताहिपरसँ रातिक ऽ समय चारुदिस धोनही लागल कान -कान नै सुझय ते सबगोटे स…
Read moreकिया अहाँ हमरा सँ जुदा भ ऽ गेलौं , किया हमरा सँ खफ़ा भ ऽ गेलौं ! तोड़ि क ऽ हमर दिल, छोड़ि क ऽ हमर साथ किया अहाँ फिर बेवफ़ा भ ऽ गेलौं !!
Read more© All Copyrights reserved to Mithilanchal Shayari | Designed by Anand Sharma
Social Plugin