छे तू हमर रूपमती, छे तू हमर गुणमति ! तुही छे हमर चान, हम छि तोरा लें हैरान तू छे हमरे सँ परेसान !!
Read moreमहराज ! हम अहिठाम खेलैत छलौं, हम अहिठाम, शान्तिके गुण गबैत छलौं । क्रन्ति कि होईत अछी ? अर्थो नहिं बुझैत छलौं ।। महराज ! पगलैत बर्फ किय, कठोर भ…
Read moreनितदिन ई बन्द हड़ताल किया ? अइ कोठी धान ओइ कोठी चाउर किया ? सत्ताके पाछु मरल गरीब जनता , नेताके चाहि अधिकार किया ? आम नागरिक भेल छै तवाह एत: उ मौज करै…
Read moreमन रहत कारी तऽ माटि रेबारात । दिनेमे अन्हरिया राटि रेबारात ।। टुटि परब अन्केटा भोजपर जखन, सभहा बीचमे सबहक जाएत रेबारात ।। नै करी हरदम जिद्ध अपनेटा बातप…
Read moreआगामें भीड़ देख लोग नुकाइ छै । पैसाके आगा प्रेम नै सुझाइ छै ।। लुच्चाके बातकी विद्वानों छै सनकल । बेरे बखतमें संसार चिन्हाइ छै ।। बेटा मरल तऽ पु…
Read moreकोइली सन मधुर स्वर अहाँ के ..! पातर रसगर ई ठोर अहाँ के ..!! भअोह धनुहियाँ रूप मधुशाला ..! वनफुल गमकैए अोर अहाँ के ..!! भगतीभावय बड्ड पियरगर ..! …
Read moreजहिया सँ हमर नैना अहाँक नैना सँ जुडल - २ प्रितक बन्धन ई बन्धन, ई बन्धन जुड़ल जहिया सँ हमर नैना अहाँक नैना सँ जुडल - २ प्रितक बन्धन ई …
Read more© All Copyrights reserved to Mithilanchal Shayari | Designed by Anand Sharma
Social Plugin