गज़ल ~ अहाँ फुल हम भमरा

अहाँ फुल हम भमरा !
सुनु नै करू झगड़ा !!

जरै लोग तखनो ये !
मुदा नेह दिअ हमरा !!

अहीं छी हमारा संगी !
अहाँ देह हम चमरा !!

हिया चीर देखू जुनि !
अहीं छी हमर असरा !!

करी प्रेम चालीसा !
रहू सटि हमर पजरा !!
१२२१-२२२
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