__. ✍ विन्देश्वर ठाकुर जनकपुर धाम (नेपाल) हाल : दोहा, क़तर - भुली गै ! आइ कोन दिन छै ? - आँए रौ, बुझिक' एना अनठबैछे किए ? सोम नै छै…
Read moreहे लोकक विश्वास घात नै करियौ सूथनीसनके बात नै करियौ बैसल छै सब मिलिक' एहिठाँ जहर घोरिक' कात नै करियौ अखना अखना भऽ जेती मिथि…
Read moreआबू सबकिओ मिलि करैछी औझका दिनके स्वागत यौ पुत्रक घर सूर्यदेब पहुँचल करियौन आगत भागत यौ ।। शनी देवता पुत्र छयनि हिनकऽ मकर राशीके स्वामी यौ उत्तरायणके सम…
Read moreआँखिक काजर कि बनी ठोरक लाली हम रही स्वतन्त्र कि करी अहाँक गुलामी हम पुवासन फुलल गाल नै जानि ककरा ला' देखैत छी अहूंके बनल मतबाली हम मारैय जोबन हिलो…
Read moreनै जानि ई जिनगी सिखा गेलै की की गजलके नाम पर लिखा गेलै की की पैसा लेल बेचलहुँ हम श्रम आ पसिना कि पता आरो बिका गेलै की की लूटल जवानी प्रव…
Read moreमजाकेमे हसिक' ई कि केलियै यार पजरामे सटिक' ई कि केलियै यार छुबिते अहाँके करेजा झनकि उठल पाजामे कसिक' ई…
Read moreप्रवासी जिनगीक सात बर्षमे बदलि गेल छैक जिनगीक खिस्सा परिवर्तन भऽ गेल छैक जिनगीक सबटा एकाइ खानपान, रहनसहन अतेकधरि कि खनाइ, सुतनाइ आ श्वास लेनाइधरि। म…
Read moreजेना पाइजन कएल पोखरिमे औकलाइछै माछसब हेज के हेज। जेना धीपल बाउल पर छिछरी पटीया होइछै किरा मकौरासब खोता के खोता। जेना धिपल ताबामे अलगै छै लावा लपे…
Read more__.✍ विन्देश्वर ठाकुर जनकपुर धाम (नेपाल) हाल : दोहा, क़तर - अएं ये, सुनैछी? - कि? - नै नै, कहूं त मिथिलाके सब कवि कतारे कोना चलि गेलियै?? - जा…
Read moreछवि : मैथिली गायिका आ RJ अंजू यादव ढकियाभरि प्रेम रहै अहाँ लेल छातीमे से की ! अहाँ बुझलियै ? लिखल एकटा लेटर रहै खुन सँ अहाँ लेल से की ! अहाँ देखलियै …
Read moreहे वीर मधेशी ध्यान धरु अपन स्तर पहिचान करु छी बापक जन्मल बेटा जँ माँ मिथिलाके के उद्धार करु हे वीर मधेशी ......... लेहु स लतपत भेल मधेश आबो एकरा…
Read moreछवि : विकाश आ नविका भाई-बहिनक प्रेम भरल छै लिअ ने एकरा अर्थ अनेक एक दिन ला' सालमे आबए तें तऽ छै ई पर्व बिशेष । थाल सजल छै लड्डु रखल छै लाल चन्दन…
Read moreसा रा रा रा, सा रा रा रा, सा रा रा रा जोगिरा सा रा रा रा होलीमे छायल छै मस्तीक बहार वाह भाइ वाह वाह खेलाडी वाह होलीमे छायल छै मस्तीक बहार देबरके आगु …
Read moreसा रा रा रा,सा रा रा रा, सा रा रा रा जोगिरा सा रा रा रा होरीमे बुढीयाके चढलै उमंग वाह रे वाह वाह रे वाह होरीमे बुढीयाके चढलै उमंग घसि देलकै बुढबाके मो…
Read moreमोन होइअ ई सूरत निहारैत रही कारी मेघसन ई केशके सबारैत रही रही सटल करेजामे सदिखन तोहर सगरो नेहक ई लुत्ती पजारैत रही __.✍ विन…
Read moreछवि : प्रिना तिवारी मजाकेमे हसिक' ई कि केलियै यार पजरामे सटिक' ई कि केलियै यार छुबिते अहाँके करेजा झनकि' उठल पाजामे कसिक' ई कि केलियै…
Read moreआँखिक काजर कि बनी ठोरक लाली हम रही स्वतन्त्र कि करी अहाँक गुलामी हम पुवासन फुलल गाल नै जानि ककरा ला' देखैत छी अहूंके बनल मतबाली हम मारैय जोबन हिलोर…
Read moreभरि साल ओ रहली सासुर नैहर आब बजाबू एलै देखियौ खरनाके दिन सामा चलू बनाबू छोटकी बहिनो हंस बनाबू जेठकी दिदी चकेबा हम बनाबी ढोलकियासब…
Read moreभाई-बहिनक' प्रेम भरल छै लिअ ने एकरा अर्थ अनेक एक दिन ला' सालमे आबए तें तऽ छै ई पर्व बिशेष । थाल सजल छै लड्डु रखल छै लाल चन्दनसँ माथ रङ्गल छै ह…
Read moreहम जेना रहै छियै अधुरा, ओहो रहैत होतै पीडा बिछोडक' हमरे जकाँ, ओहो सहैत होतै होतै निरन्तर अबैत नयनमें जखन ओ कोहबर घर विरह कें आगिमे हमरेसन, ओहो जरैत ह…
Read more© All Copyrights reserved to Mithilanchal Shayari | Designed by Anand Sharma
Social Plugin