निकसल चान, आब हेतै ईद ! भेटल परान, आब हेतै ईद !! पूर भेल हमरो, मोनक मनोरथ ! मूसकल अजान, आब हेतै ईद !! भरि लेल हियामे, ओकरे पिरितिया ! गमकल गुमान…
Read moreनीपल मोनक' अंगनामे कएल भावक' ठाँओ बीच नेहक' अरिपन पर पसारि' सिनेह व्यंजन ओ लेसि' श्रद्धा दीप बैसल छी हम । हँ, बैसल छी ओकरे प्रतीक्…
Read moreअक्षय आनन्द सन्नी मिथिलाञ्चल शायरी के मेम्बर रचनाकार अक्षय आनन्द सन्नी जी के रचना सब स्टेप By स्टेप पढ़ि सकैत छी। आ मिथिलाञ्चल शायरी पर अपने सब मैथिली …
Read more© All Copyrights reserved to Mithilanchal Shayari | Designed by Anand Sharma
Social Plugin