छवि : नाविका आ रिआन हाथमे राखी ललाट पर चंदन आइ अछि पावन रक्षाबंधन सिनेहक धारमे बहत दुनियाँ कोन कवि करत महिमा मंडन जेबी खाली हेतैक भाइ सभक बहि…
Read moreछवि : विकाश आ नविका भाई-बहिनक प्रेम भरल छै लिअ ने एकरा अर्थ अनेक एक दिन ला' सालमे आबए तें तऽ छै ई पर्व बिशेष । थाल सजल छै लड्डु रखल छै लाल चन्दन…
Read moreकहिँ हमरो जौ बहिन रहैतियै आइ एहेन नञि दिन रहैतियै॥ बन्हाबितौ रक्षाक' बन्हन हमहुँ, खाली हाथ ई रङ्गीन रहैतियै॥ उतारितै नजैर-गुजैर लगा टिका, जीवनपथ न…
Read moreओ दिदी के दुलार छै एखनो ! ओ बहिनक' प्यार छै एखनो !! अलग भेल छी बियाहक' बाद सँ मुदा तैयो बन्धन बान्हल अछि राखीक' त्योहार सँ एखनो !! सदिखन ल…
Read moreइ बन्धन अनमोल अछि ! जे सौसे जगमें सोर अछि !! भाइ बहिनके प्रीतसे बनल ! इ राखीके डोर अछि !! इ कतेक सुनर बोल अछि ! जे भाइ बहिनके जोग अछि !! भाइ बहिनके प्…
Read moreभाई-बहिनक' प्रेम भरल छै लिअ ने एकरा अर्थ अनेक एक दिन ला' सालमे आबए तें तऽ छै ई पर्व बिशेष । थाल सजल छै लड्डु रखल छै लाल चन्दनसँ माथ रङ्गल छै ह…
Read moreसुतलामे देखलौं, आई ऐहन सपना राखी लेने बहीन, ठाड छलै अंगना निपल पोतल छलै, घर आ असोरा पिढिया पऽ गढल छलै, पिठारक' छपना काग कुचरैत छलै, आश बढैत छलै बा…
Read more__✍ आनन्द राम राखी सँ छि थाली सजौने, फल फूल मिठाईसँ डलिया । चंदनसँ छि कटोरी सजौने, कखन एत: हमर भइया ।। चिक्नी माटिक' छि चौरा…
Read moreभैया हमरा सँ दूर अछि मुदा मन मे पूर्ण विश्वास अछि रक्षा बन्धन के दिन भैया निश्चय हमरा गाम आएत संग मे प्रेम दूलारक भंडार लाएत [१] आइ मोन बड हर्षित अछि …
Read moreओ हात-हात नै जै हातक' कलाइ प ऽ , बहिन सँ बान्धल राखिक' डोर नै ! भाइ आ बहिनक' रिस्ता जका, कोनो रिस्ता चारु जगतमे कौनो ओर नै !!
Read moreसबहक भाई के देखिक' कनैत होतै दीदी ! बाट' मे नयन बिछाक' दिन गनैत होतै दीदी !! ठोर मुह सुखौने निराश भेल होतै ! जखन चौका लगाव लेल पिठार …
Read moreआएल राखी के त्योहार, संग खुशील'य हजार ! जाएब भैया संग बाजार, किनब समीज सलवार !! थाड़ी आरती के सजाएब, टीका माथा पर लगाएब ! अरिपन अंगना मे बनाएब, ठा…
Read moreरहि-रहि क ऽ बाट हम ताकी, राखी सँ सजा रखने छि थारी !! जखन अबै अहि गली में गाड़ी, खिड़की सँ चटहि हुलकी मारी !! नैहर सँ भेजतै माइयो सनेश, भौजी भेजथिन फेर स…
Read moreसावनक ऽ महिना रे सुगना लगैय खूब मन भावन ! भाई बहिनक ऽ सुनर प्रित एलै राखी क ऽ त्योहार पावन !! भाई बहिनक ऽ प्रेम अनमोल राखी करत रक्षा , भैयाक ऽ …
Read moreभाई बहिनक' महान पावैन , आइल रक्षा बन्धन ! बहिनक ऽ यादमें बिदेशक' भाई सभक , धड़ैक रहल अछि धड़कन !! महाजनक' कर्ज़सँ भ ऽ क ऽ तंग , एलौं मले…
Read moreअखन छी हम , सबसँ दूर ! भ ऽ गेल छी अखन हम बहुत मज़बूर !! के बान्धतै हमर , कलाईमें राखी ! हमरा सँ हमर बहिन , आ बहिन से हम , छी बहुत दूर !! मुदा नै…
Read moreआबि गेल अछि राखी दीदी , हाथ देखैत छी खाली दीदी ! हम परदेशी छी प्रदेशमें बैसल , राखी भेजियौ सनेसमें दीदी !! आँखिसँ बरैस रहल अछि मोती , मिलल नै छुट्टी ग…
Read moreMithilanchal Shayari Raksha Bandhan Special Categoires में अहाँ सम्पूर्ण साथी सभके Welcome अछि।
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