दम मारु दम बस दम मारु दम बाबा भोलेके छै प्रसाद तब कथिके छै गम दम मारु दम बस दम मारु दम हम ना समझ छि आ हम छि अज्ञानी बाबा भोले छथि तिनो लोकके स्वाभिमानी…
Read moreपल-पल हरपल अहाँक इंतज़ार कएलौं, हमर करेजसँ पुछु, कतेक अहाँसँ प्रेम कएलौं ! छोडिक' त ऽ चलि' गेलौं अहाँ जिनगीक डगरसँ, अहाँक कि मालुम अहाँ प ऽ …
Read moreदहेजक' नाम पऽ देखु भिख मांगि' रहल छैक संस्कार छोड़ि' पैसाकऽ पाछु लागि' रहल छैक घर-घरारी सब बिका गेलै परिवार पालऽ मे बेटि…
Read moreनैनमे काजल बनाकऽ हमरा बसाबि' लिय ठोरक मुस्कान बनाकऽ हमरा हसाबि' लिय अहाँक देख - देख कऽ जिनगी काटि' लेब…
Read moreअहिं हमर जान छि अहिं हमर प्राण छी करेजामे अहाँक बैठाबि अहिं भगवान छी छोड़ परतै तऽ छोड़ि देबै दुनिया अहाँक पाब'क लेल अहा…
Read moreजानो सँ ज्यादा अहाँ पऽ करैत छी सजनी भरोसा ! देब नई सजनी कहियो हमरा के धोखा !! घर द्वार छोडि देलौ अहाँक लेल समाज सँ लडि गेलौं ! छोड़ब नई कखनो जिनगीक …
Read moreआब अहाँ भुला दिय हमरा, हमरा आ अहाँक बिच बड दुरि छै ! अहाँक अप्पन जिनगी नै बनाबि सकब, हमरा जिवनमे बड मजबुरी छै !!
Read moreओ दिदी के दुलार छै एखनो ! ओ बहिनक' प्यार छै एखनो !! अलग भेल छी बियाहक' बाद सँ मुदा तैयो बन्धन बान्हल अछि राखीक' त्योहार सँ एखनो !! सदिखन ल…
Read moreओ हात-हात नै जै हातक' कलाइ प ऽ , बहिन सँ बान्धल राखिक' डोर नै ! भाइ आ बहिनक' रिस्ता जका, कोनो रिस्ता चारु जगतमे कौनो ओर नै !!
Read moreचलि' आउ बोल बम में गाम यौ सजना ! अहाँ संगे जल चढैबै यौ सजना !! कतेक मान मङने छि अहाँक लेल यौ सजना ! सब माङ पूरा करतै भोला बाबा यौ सजना !! अहाँ बिन…
Read moreटुटलै जे सपना ओ सपना सजाब तऽ दिय, हमरा अपन नैनसँ नोर बहाब तऽ दिय !! किया हम ओ निर्मोहिसँ हिया लगेलौं, ओ निर्मोहिक नाम हियासँ मिटाब तऽ दिय !! बहुतेक …
Read moreमिथिलाकऽ शान अछि धोती , मैथिलीकऽ पहिचान अछि धोती ! नै बिसरब हम अपन संस्कार , कियाकी मैथिलीकऽ जान अछि धोती !! नै बदलब हम अपन पहिरन , नै बदलब हम अपन भेष…
Read moreकिया अहाँ हमरा सँ जुदा भ ऽ गेलौं , किया हमरा सँ खफ़ा भ ऽ गेलौं ! तोड़ि क ऽ हमर दिल, छोड़ि क ऽ हमर साथ किया अहाँ फिर बेवफ़ा भ ऽ गेलौं !!
Read moreअखन छी हम , सबसँ दूर ! भ ऽ गेल छी अखन हम बहुत मज़बूर !! के बान्धतै हमर , कलाईमें राखी ! हमरा सँ हमर बहिन , आ बहिन से हम , छी बहुत दूर !! मुदा नै…
Read moreजब जीनगी सँ जाइके छल त ऽ जीनगी में एलौं किया , जब साथ छोड़ के छल त ऽ साथ निभैलौं किया ! आई नोर पोछि रहल छी, एक माझी बैन क ऽ , जब दिल तोइड क ऽ जाइ…
Read moreकोई हमर जीनगीमें आईब नै सकल , आइबो गेल त ऽ हमर जीनगी के ! कोई सजा नै सकल ! बेरंग छल हमर जीनगी हुनका बिन , उ मिल ल ऽ मुदा, हमर बेरंग जीनगीमें ... …
Read moreहम भूलि नै सकलौँ हुनकर कोनो बात , उ नै मगर हुनकर हरेक याद अछि हमर पास ! हम त ऽ चहलौँ कि उ रहे सदा आवाद , चाहे हम रही या नै रही हुनका स…
Read moreहमर जीनगी आओर जान छी अहाँ , हमर प्यार भरल दिलक ऽ , अरमान छी अहाँ ! जीय नै सकलौं हम, बिछैड़क ऽ अहाँ सँ , कियाक ऽ त ऽ हमर दिलक ऽ आ ओय दिलक ऽ…
Read moreहम उ दीवाना नई जे अहाँ के कनायब , हम उ दीवाना नई जे अहाँ के बिसरायब ! अहाँ तऽ हमर मोनकऽ कोना - कोनामें बैसल छी , हम उ दीवाना नई जे अहाँ के अकेल…
Read moreदिनेश यादव मिथिलाञ्चल शायरी के मेम्बर रचनाकार दिनेश यादव जी के रचना सब स्टेप By स्टेप पढ़ि सकैत छी। आ मिथिलाञ्चल शायरी पर अपने सब मैथिली में रचना, शायर…
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