सुनिते मूंह में आयल पानि' फाँकि के बैसलौंह हम जमैन। भोज हेतै आई टोले में बटत रसगुल्ला डोले में । खेबै हम तs गोटेक सोरे देखल जेतै फेर भोरे-भ…
Read moreचल-चल बौवा हर जोतैला ? ले हरबाही पैना रौं आब आबारा जेका घुम्ला सँ पेट नै भरतौं बौवा गुज्जर जै तौ कोना रौं _____________________________________…
Read moreउगि गेल चौठी के चान खाली हाथ नै देखू कियो हम होई अथवा होई आन ! दही के मट्कुरी लिय या लिय पुरुकिया के पँपथिया सब गोटे कर जोरि करू प्रणाम !! मिथ…
Read moreछवि : विकाश आ नविका भाई-बहिनक प्रेम भरल छै लिअ ने एकरा अर्थ अनेक एक दिन ला' सालमे आबए तें तऽ छै ई पर्व बिशेष । थाल सजल छै लड्डु रखल छै लाल चन्दन…
Read moreहमहुँ जैबौं परिक्रमा माई, बाबू तोरा संगे ना तोसब चलिहा आगा-आगा पाछू-पाछू हमहुँ जैबौ ना तोरा सबके मोटरी बोकबै परिक्रमा हमहुँ घुमब ना पन्द्रह दिनक'…
Read moreगरम परोठा मक्खन वाला, भोरे-भोर अजमाऊ। आ भोजन में दाईल-भात-घी, तीमनक संग में खाउ। तखनहि भेंटत पूर्ण विटामिन, पोषक तत्व अहाँ पायब। दिनभर उड़…
Read moreबाबू हौ नई हम जईवो काम करैला हमरा लिखा दा स्कूल मे नाम सबगोटे जाइ छैक स्कूल पढ़ हमरा कईला, करबैत छा काम धन्दा हौ बाबू ! लिखादा स्कूल मे नाम हौ बाबू …
Read moreधनिकऽकऽ बेटी भेलै सियानी , पढि लिखकऽ भेलै ओ ज्ञानी ! तें अक्षर - अक्षर जोड' दिअ , बाबू यौ हमरा पढ' दिअ !! हमरा पऽ करू अहाँ आसा , नै करब हम अ…
Read moreहमरो बौवाकें मामा , किनके लैथिन जामा ! बौवा जेथुन मामा गाम , आएल छै बौवाकें नाना !! नानाके बारीमें फरल लताम , बौवाके मुंहमें भेल नै दाँत ! बौवाके नान…
Read moreभरि साल ओ रहली सासुर नैहर आब बजाबू एलै देखियौ खरनाके दिन सामा चलू बनाबू छोटकी बहिनो हंस बनाबू जेठकी दिदी चकेबा हम बनाबी ढोलकियासब भौजी बनबू चुगला …
Read moreकरिया कौवा उजरा कौवा , स्कुल पढ़े जाउ यौ बौवा ! पढ़ि लिखक बनु बुद्धियार , साँझके किनदेब चकलेट चार !! सिलेट लऽ लिय पिनसुल लऽ लिय , हाथमें लऽ लिय खाएलेल …
Read moreउमरमें लगैत अछि हमरा सँ छोट , मगर घाउ करैत अछि ऊ गंभीर ! क ऽ दैत अछि बड़का - बड़का के छुट्टी !! आई काईल के सब बच्चा , नई सम्झि ओकरा के कच्चा !! जे…
Read moreचन्दा मामा चन्दा मामा , सब सँ बढियाँ हमर मामा ! रंग बिरंगक ऽ खिस्सा पिहानी , सुनबैत छथि हमर मामा !! जब अबैत छथि मामा हमरा घरे , सब लगैत अछि हमरा सँ डर…
Read moreनमस्कार ! हम एस के मैथिल बहुत जल्द हम अहा सबहक बीचमें आईब रहल छी हम अप्पन रचल कविता, बाल कविता, कथा - पिहानी, गजल, शायरी, हसी - मज…
Read moreनमस्कार ! हम एस के मैथिल बहुत जल्द हम अहा सबहक बीचमें आईब रहल छी हम अप्पन रचल कविता, बाल कविता, कथा - पिहानी, गजल, शायरी, हसी-मजाक, बुझौवल और बहुत किछ स…
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