एक अमीर आदमीक शादी बुद्धिमान स्त्री सँ भेल। अमीर हरसठि अप्पन पत्नी सँ तर्क आओर वाद-विवाद मेँ हारि जाएत छल। पत्नी कहलक की स्त्रिसब सेहो मर्द सँ कम नहि छथि....…
Read more__✍ आरती झा आइ रधिया माय समयसँ पहिने आबि गेल छल काज करय । कारण पुछलहुँ तऽ बड्ड हुलसि के' बाजल, "मलिकाइन, आइ रध…
Read more__✍ समीर चौधरी अषाढ़ महिना जोन बोनिहारके लेल कमाए के महिना l इहे महिना काम कर के जेहे ढ़ेउआ बचा लै छै ओइ से आशीन कातिक दुख सुख स…
Read moreकरम के डोर सँ बान्धल अछि जिनगीकऽ एक कहानी जन्म दैत अछि माँ बाप करम तऽ अपनेही भाग ~ ८ ( साँझ होइते राक्षस अपन बासस्थान पर वापस आवै छथि आ अपन बेटी…
Read moreकरम के डोर सँ बान्धल अछि जिनगीकऽ एक कहानी जन्म दैत अछि माँ बाप करम तऽ अपनेही भाग ~ ७ ( नवधिया चलि दैत छथि ओई लाल के जोडी लएबाक लेल । जाएत - जाए…
Read moreकरम के डोर सँ बान्धल अछि जिनगीकऽ एक कहानी जन्म दैत अछि माँ बाप करम तऽ अपनेही भाग ~ ६ ( नवधिया राजा के घर जाएत छथि। राजा द्वार पर रहै छथि । नवधि…
Read moreकरम के डोर सँ बान्धल अछि जिनगीकऽ एक कहानी जन्म दैत अछि माँ बाप करम तऽ अपनेही भाग ~ ५ ( राजा महलकऽ भीतर जाइत अछि आ बेटी सँ पुछैत छथि । ) राजा…
Read moreकरम के डोर सँ बान्धल अछि जिनगीकऽ एक कहानी जन्म दैत अछि माँ बाप करम तऽ अपनेही भाग - ४ ( मेनुका अप्पन पति के लऽक बुढ़िया माँ संगमें हुन्का घरमे…
Read moreकरम के डोर सँ बान्धल अछि जिनगीक ऽ एक कहानी " जन्म दैत अछि माँ बाप करम तऽ अपनेही " भाग - ३ ( बिहाने होइबते मेनुका अप्पन पतिके ल ऽक अ…
Read moreकरम के डोर सँ बान्धल अछि जिनगीक ऽ एक कहानी जन्म दैत अछि माँ बाप करम त ऽ अपनेही भाग ~ २ राजा : बेटी दिक्षा ! अहाँ सबके कॉलेजसँ आबैमें कि…
Read moreजिनगी एक अजीब दास्तान छैक जे जन्म त ऽ माँ बाप दैत छथिन मुदा करम अपनेही होयत अछि। जे जेहन काज करैत छैक हुनका ओहि अनुसार जिनगीक ऽ फल मिलैत अछि। आ संगे विधाता छ…
Read more__.✍ विन्देश्वर ठाकुर जनकपुर धाम (नेपाल) हाल : दोहा, क़तार ठण्डाके मौसम, ताहिपरसँ रातिक ऽ समय चारुदिस धोनही लागल कान -कान नै सुझय ते सबगोटे स…
Read moreनमस्कार ! हम सुजीत कुमार शाह बहुत जल्द हम अहा सबहक बीचमें आईब रहल छी हम अप्पन रचल कविता, बाल कविता, कथा - पिहानी, गजल…
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