गज़ल - अप्पन मिथिला

याद बड़ आबैय अप्पन मिथिला, मैथिल हमर नाम !
स्वर्ग सँ सुन्दर पावन यौ भैया, अप्पन मिथिला धाम !!

याद बड़ आबैय साथी संगी आ उ बाबा के दलान !
माई कहैत छथि चलिआ बेटा अप्पन मिथिला गाम !!

गाईक गोबर सँ घर लिपैय, चमकैत रहैय अप्पन गाम !
कोनाक बिसरू हम यौ भैया अप्पन मिथिला धाम !!

याद अबैय हँसी ठिठोला अबैय याद पिपलक छाँह !
कमला, कोशी शोर करैय चलि आउ परदेशी अप्पन ठाम !!

चिड़ै चुनमुन गीत गवैय गुञ्जैत रहैय अप्पन गाम !
स्वर्ग सँ सुन्दर पावन यौ भैया, अप्पन मिथिला धाम !!
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