Maithili Shayari - अहाँ एलौं जिनगीमें जहिया सँ







सोचैत छलौं पहिले सँ कि... 
कब मिलत हमर जिनगीक किनारा !
अहाँ एलौं जिनगीमें जहिया सँ ,
मिल गेल हमरा जिय के सहारा !!