Maithili Shayari - दिलमें खंज्जर चला कऽ






 जिनका मानैत छलौं हम ,
अई दिल के अप्पन रानी !
हमर दिलमें खंज्जर चला कऽ  ,
बैनगेल छथि दूसरक जिन्दगानी !!