Maithili Shayari - वर्षो बित गेल बरसात के





वर्षो बित गेल बरसात के ,
अरमान भरल छल दिलमें सौगात के !
टुटल जब हमर प्रितक डोर ,
आँखी सँ गिरल मोतिक नोर !!