|| संविधान छई कहाँ ||

जीयब यहाँ मरब यहाँ ,
जबतक जान अछि लड़ब यहाँ !
चैल रहल अछि बिना हर के पगहा , 
अप्पन देशक संविधान छई कहाँ !!

दिन बदैल गेल साल बदैल गेल ,
सुरुज के हर किरण बदैल गेल !
अंधेरा छायल अछि अखन धरि देशमें ,
सभक ज़ज्बात सँ खेलैत ऊ संविधान छई कहाँ !!

शान्तिक सब गुणगान गबैत अछि ,
देशमें अखन ऊ शान्ति छई कहाँ !
हरायल जाएत अछि देशक स्वाभिमान ,
नेपाली जनताक ऊ संविधान छई कहाँ !!

सब अप्पन - अप्पन झोली भैर रहल अछि ,
देश के लेल किछ कैर नई रहल अछि !
देशमें लागि गेल अछि काला निशान ,
ई संकट रोकेबाक लेल ऊ संविधान छई कहाँ !!

दिल टुईट गेल नेपाल माई के ,
ई रावण सभक कर्तुत देखिक !
गुंडा आवारा सब बनल नेता यहाँ ,
अप्पन देशक ऊ संविधान छई कहाँ !! 
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__.✍ एस के मैथिल 
स्थान : जनकपुरधाम-१ सिता चौक,