गज़ल - एतेक कठोर भेलौं अहाँ

हृदयमें घर बनाक प्रेमक संगीत सँ सजेलौं अहाँ !
फेर नाजुक दिल हमर तोड़ि कत चलि गेलौं अहाँ !!

हर एक साँस प अहिंके नाम लिखने छलौं प्रिय !
स्नेहक वनमें तब किया आगि लगा देलौं अहाँ !!

अहाँक सोचमें भटकैत छी जेने तेने पागल जेना !
अटूट बन्धनक रिस्ता तोड़ि हमरा भुलेलौं अहाँ !!

नै जी सकब ई जिनगी एको पल अहाँ बिन !
ई भवराक छोड़ि दूसरा के बगिया सजेलौं अहाँ !!

अहाँक यादमें सदिखन तड़पैत रहैय राजदेव !
बात कि छल जे मुह फेर एतेक कठोर भेलौं अहाँ !!
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