फेरसँ जिनगीमें लाधि दैत अछि जत्ता !!
कहियो उच तऽ कहियो नीच कैह् के !
एक आपसमें लड़ाबि दैत अछि सत्ता !!
एक आपसमें लड़ाबि दैत अछि सत्ता !!
खेल - खेलमें हार भऽ जाइत अछि !
और बिना देखते काटि दैत अछि पत्ता !!
और बिना देखते काटि दैत अछि पत्ता !!
देखिकऽ असगर चलैत बिच बाट् पर !
काग जका नोचि लैत अछि कपड़ा-लत्ता !!
काग जका नोचि लैत अछि कपड़ा-लत्ता !!
गुण्डाकऽ डंका बाजल सगरो दिन देखारे !
निहत्था उपर एत: चलाबि दैत अछि कत्ता !!
निहत्था उपर एत: चलाबि दैत अछि कत्ता !!
जनकपुर धाम, धनुषा ( नेपाल )
हाल : मुम्बई