दुर रहैत छि हुनके संग में ,
नेह बसल अछि अंग अंग में !!
तन मन रंगल अछि हमर,
अहि केर रंगल ओहि रंग में !!
अहि केर रंगल ओहि रंग में !!
कतबो सम्हारइ छि अपना के,
रहि नहि पबै छि एत: ढंग में !!
रहि नहि पबै छि एत: ढंग में !!
देखिते दोसरा में अहाँक रूप,
हम रहि जाइ छि फेर दंङ्ग में !!
हम रहि जाइ छि फेर दंङ्ग में !!
नेहक समुद्र के हिलकोर संग,
टकराइ छि सब बेर बंग में !!
टकराइ छि सब बेर बंग में !!
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