गज़ल ~ हम जेना रहै छियै अधुरा


हम जेना रहै छियै अधुरा, ओहो रहैत होतै
पीडा बिछोडक' हमरे जकाँ, ओहो सहैत होतै

होतै निरन्तर अबैत नयनमें जखन ओ कोहबर घर
विरह कें आगिमे हमरेसन, ओहो जरैत होतै

होतै सतबैत याद ओकरो कहीँ जऽ हमरेसन
जा'क फेसबूकपर ओ फोटो, हमर देखैत होतै

होतै व्याकुल मोन कखनो क' जऽ प्रीतम ला'
अपन आँचर सँ नोर अपने ओहो पोछैत होतै

होतै ओ जोहैत बाट हमरे जकाँ बिछौना पर
पकरिक' तकिया नित राति ओहो कटैत होतै
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