|| चौरचन्ना चान कें ||


नीपल मोनक' अंगनामे
कएल भावक' ठाँओ बीच
नेहक' अरिपन पर
पसारि' सिनेह व्यंजन
ओ लेसि' श्रद्धा दीप
बैसल छी हम ।

हँ, बैसल छी ओकरे प्रतीक्षामे
जकरा अबि'तहि' छिटकि जाइ छै
चहुँ दिस हर्षक' इजोत
आ बिहुँसि' उठैत अछि
हिया रूपी भाँटिक' फूल ।।

हँ, हम हेरि' रहल छी बाट
अपन जान कें
अपन सेहन्तगर चमकौआ
चौरचन्ना चान कें ।।।
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__.✍ अक्षय आनन्द सन्नी 
मधुबनी (भारत)