जगमग दीप सँ सजल अप्पन मिथिला ,
सगरो खुशयाली छायल अछि !
घर - घरमें दीपकऽ ज्योति सँ ,
हर घर जगमगायल अछि !!
मन हमर बिभोर भेल अछि ,
खुशयाली देखि - देखिकऽ !
रमैत - गबैत झुमैत - खेलैत रहू ,
आजुक दीप सँ चमकैत दियावाती देखिकऽ !!
आई औती मैया मिथिलाकऽ पवित्र भूमि पऽ ,
मैयाकऽ गुण गाबिकऽ तऽ देखू ,
करति मैया सभक मनोकांक्षा पूरा ,
मोनकऽ दीप जलाविकऽ तऽ देखू !!
जगमगायल अछि सम्पूर्ण सृष्टि ,
घर गली टोल - टोलमें !
एथिन आजु लक्ष्मी माता ,
सबहक आँगन घरदूारमें !!
मनावि दियावाती खुशियालिकऽ संग ,
बरुदकऽ अछि बम फट्टका !
एहि सँ प्रदूषण फैलैत अछि ,
कहैत गामकऽ बुढ़वा कका !!
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__.✍ एस के मैथिल
स्थान : जनकपुरधाम-१ सिता चौक
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__.✍ एस के मैथिल
स्थान : जनकपुरधाम-१ सिता चौक