Maithili Shayari - चाँद सुरुज सँ अहाँके रचले छथि







चाँद सुरुज सँ अहाँके रचले छथि ,
सब सँ सुन्दर्यता ल अहाँके सजले छथि !
फिका लगैत अछि दुनिया के आठो अज़ूबा ,
हिरा मोती ल अहाँके तरासले छथि !!