Maithili Shayari - कोई हमर जीनगीमें आईब नै सकल





कोई हमर जीनगीमें आईब नै सकल ,
आइबो गेल त हमर जीनगी के !
कोई सजा नै सकल !
बेरंग छल हमर जीनगी हुनका बिन ,
उ मिल मुदा, हमर बेरंग जीनगीमें ...  
उहो रंग भैर नै सकल !!