चाँद तारा सँ पुइछ लिय !
सच्चा प्रेमकऽ कोनो मोल नई ,
ई प्रेम अनमोल अछि !!
अहाँ बसल छी हमर कण - कणमें ,
अहाँकऽ बिना जिय नऽ पायब !
अहिकऽ नाम जवा पऽ रहैत अछि ,
अहाँकऽ हम दिल सँ भुला नऽ पायब !!
अहिकऽ नामकऽ माला हरदम ,
ई दिल जपैत रहैत अछि !
अहाँकऽ नाम सँ भोर होइत अछि ,
अहिकऽ नाम सँ साँझ बितैत अछि !!
अहाँकऽ हर एक अदा पऽ ,
ई दिल दिवाना भऽ गेल अछि !
अहाँ सँ जुडल हर एक बात पऽ ,
ई दिलमें प्रेम जगबैत अछि !!
अहाँकऽ याद जब अबैत अछि ,
ई दिल बहुत तड़पैत अछि !
हमर प्रेमकऽ कोनो मोल नई ,
ई प्रेम अनमोल अछि !!
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__.✍ एस के मैथिल
स्थान : जनकपुरधाम-१ सिता चौक,