|| माँ मिथिलाक' सन्तान चललऽ ||

हे माँ हे माँ हे माँ हे माँ ...

मैथिल देश प्रेमिक लेल ई गीत 
वीरताक चुनौती देत 
जँ सब मैथिल मिलके 
दुश्मनक वली देत !!

हे माँ हे माँ हे माँ हे माँ ...

व्याकुल मनमें प्यास उठल 
माँ मिथिलाक सन्तान उठल 
बाँधिक कफ़न माथमें अप्पन 
माँ मिथिलाक सन्तान चलल 

हे माँ हे माँ हे माँ हे माँ ...

वीर साहिदक प्राणक आहुती 
अप्पन दुश्मनक करे उ छूटी 
तानिक छाती बनिक तूफान 
मैथिल वीर जवान चलल 

हे माँ हे माँ हे माँ हे माँ ...

झुकब नै हम दुश्मनक आगू 
चाहे तोड़ि देब दम हम रणभूमीमें 
जाधरि रहत देहमें साँस हमर 
लड़ब माटि के लेल हर जुनीमें 

हे माँ हे माँ हे माँ हे माँ ...

व्याकुल मनमें प्यास उठल 
माँ मिथिलाक सन्तान उठल 
बाँधिक कफ़न माथमें अप्पन 
माँ मिथिलाक सन्तान चलल 

हे माँ हे माँ हे माँ हे माँ ...
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