गीत - परदेशी यौ परदेशी

परदेशी यौ परदेशी ! परदेशी !! परदेशी !!!
बैरी बैमनवां हमरो सजनावां
सुति भुलैली की यौ बलमुवां
परदेशी ..............

 
सुन-सुना अँगना छै अहाँक बिना
निक नै लगैय हाथकऽ कंगना
तड़पैतछी जेना तड़पे जल बिनु मच्छरी
किया बनि गेली अहाँ हमरा लेल बैरी
परदेशी .............

 
अग्नि के फेरा लऽक खैलौं कसमया
छोरब नै साथ कहियो देली बचननिया
भुलिगेली की हमरा सजनवां
पाबि कऽ प्रदेसमें कोनो सौतिनिया
परदेशी .................

 
आब नै सताबु हमरा नै तरपाबु
चढ़ल छै जवानी सैंया जल्दी घर आबु
हमरो हियाके प्यास बुझादु
परदेशी .................

 
मारैय अहाँक बहिनियां हमरा रोजो ताना
गोतिनिया कहैय हमरा बझीनिया
सहे नै पाइब हम दुनियाके ताना
मरि जाइब हम जितेजी यौ बलमुवां
परदेशी ................