माई सँ ई दुनियाँ जहान थिक ,
माई बिनु ई जिनगी हैरान थिक !!
घुमि आउ अहाँ सारा दुनिया ,
माई के चरणमें बसल भगवान थिक !!
अपने भुखले सुति अहाँक खुवैलखिन ,
अहाँक दर्द पर माई परेसान थिक !!
माई के ममताकऽ मोल चुकाबि कोना ?
जे ई दुनियाँ सँ करौलखिन पहिचान थिक !!
माई मन्दिर, माई पूजा, माई स्वेम् भगवान थिक ,
माई के ममताकऽ दुनियाँ गबैत गुणगान थिक !!
लेखक : एस के मैथिल
जनकपुर धाम ~ १, धनुषा (नेपाल)
हाल : मुम्बई