चरिपतिया ~ ५


स्वर्गसँ सुनर हमर मिथिला
जग प्रसिद्ध जनकपुरधाम
सीया-धीया जन्मली जहिठाँ
ओएह दिव्य अछि हमर गाम
                              __.✍ विन्देश्वर ठाकुर