|| बेटी ||

छवि : नाविका पूर्वे            
भान नहि भेल
साले साल
जानकी नवमी जँका
मनाबति जन्मोत्सव
आ की
आँगनमे गुड़कति
दीग दीग थैया करति
खसैत उठैत
थाकल ठेहियेल
घर घुरिते
झट द' बैसैत
हमर कोरमे
फुलायल अछि गेना की गुलाब ।
नहि भान भेल
तुलसी चौड़ा लग
जरबति दीप
इसकूलसँ लौटति
हकासल पियासल
सुनबति पिहानी
संगी साथी मैडमक
जे , ओ ---
चीनीक लड्डू नहि अछि ।
अनायास
जखन हमरासँ बेसी भारी
लाग' लगलै लोककेँ
ध्यान दियौलक
भ' गेल छै समर्थ
भान भेल हमरा
गामे गाम दुआरिये दुआरि
ओकरा लेल
जोहैत ओकरा जोग वर
ओकर सासुरक फरमाइश
मोन पारलक
एकटा खजन चिड़ैया
साँठ अछि ---बेटा नहि बेटी अछि ।
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__✍ मैथिल प्रशान्त 
दुर्गौली, बेनीपट्टी (भारत)