हे परदेशी भैया आब अपनो
नेपालमे घरबार बनाब पडत
पहाडी होय चाहे मधेशी सब
अटबला दरबार बनाब पडत
हे परदेशी भैया मधेशीकऽ
गुलामी देखल नहि जाईए
मधेशी कऽ दु:ख कटबला
धरगर तलबार बनाब पडत
हे परदेशी भैया मधेशीकऽ
भविस्य आब अहाँकऽ हाथ
देशमे सिपकऽ स्टेज बनाकऽ
सबहक रोजगार बनाब पडत
हे परदेशी भैया सिंहदरबारमे
राज करि ओ देश लुटलकऽ
देशद्रोहीकऽ टुक्राटुक्रा काटी
सिंहकऽ आहार बनाब पडत
हे परदेशी भैया जल्दी आबु
छोडि विदेश अप्पन स्वदेश
भेदभावमुक्त मधेश संगही
खुशीकऽ बहार बनाब पडत
नेपालमे घरबार बनाब पडत
पहाडी होय चाहे मधेशी सब
अटबला दरबार बनाब पडत
हे परदेशी भैया मधेशीकऽ
गुलामी देखल नहि जाईए
मधेशी कऽ दु:ख कटबला
धरगर तलबार बनाब पडत
हे परदेशी भैया मधेशीकऽ
भविस्य आब अहाँकऽ हाथ
देशमे सिपकऽ स्टेज बनाकऽ
सबहक रोजगार बनाब पडत
हे परदेशी भैया सिंहदरबारमे
राज करि ओ देश लुटलकऽ
देशद्रोहीकऽ टुक्राटुक्रा काटी
सिंहकऽ आहार बनाब पडत
हे परदेशी भैया जल्दी आबु
छोडि विदेश अप्पन स्वदेश
भेदभावमुक्त मधेश संगही
खुशीकऽ बहार बनाब पडत
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