|| भूतपूर्व प्रेमिका आ अनुपम प्रेम ||

छवि : मैथिली गायिका आ RJ अंजू यादव
ढकियाभरि प्रेम रहै
अहाँ लेल छातीमे
से की ! अहाँ बुझलियै ?
लिखल एकटा लेटर रहै
खुन सँ अहाँ लेल
से की ! अहाँ देखलियै ?
बुझबै कोना ?
देखबै कोना ?
किछु कहब तखन ने !
कारण एक्कहिटा -
हम प्रेम अहाँ सँ नहि,
करैत रही अहाँक
बिचार सँ
व्यवहार सँ आ
अहाँसंग सरोकार राखैबला
समुच्चा प्रकृति सँ।

ओ जे गुलाब रहए अहाँक रोपल
महमहबैत छलै हमरा
से की ! पता चलल अहाँके ?
ओ जे तुलसी रहए अहाँक रोपल
गमकबैत छलै हमर
जिनगीक चौड़ा
से की ! जानकारी भेटल अहाँके ?
भेटत कोना ?
किओ किछु कहत तखन ने !
छोडि अपन नैहर
गेलियै जे प्रीतम घर
ओरीया देशमे .....

ओ जे हावा
अहाँके छुबिक'
पहुँचैत छल हमराधरि
से की ! अहाँ जनलियै ?
ओ जे कोईली
अहाँके देखिक'
गीत गबै हमरा लेल
से की ! अहाँ सुनलियै ?
जनबै कोना ?
सुनबै कोना ?
किछु महशुस हेत तहन ने ?
कारण इएहटा:
हमर प्रेम
केवल पाएब नइ
समर्पण सेहो रहैक-
अहाँ लेल।

ओना त,
कतेक बेर भेल जे
कहिदी अहाँके
अप्पन मोनक बात
मुदा क'ह' सकलौं कहाँ ?
कहियो/कखनो ........

एखन खाडीमे -
जखन देखैत छी खजुरके गाछ
लागैए एना जेना -
देखाएल अहाँके
फहरल केश।
नजरि पडैए समुन्दरमे
बुझाइअ एना जेना -
देखाएल अहाँके
मनोहर छाह।
देखैत छी मजरामे
बालुपरके हरियरका सब्जी
लगैए एना जेना -
देखाएल अहीँके
हरियरका ड्रेस।

मुदा,
हिरनीसन चाल चलैत
पतरकी कमरबाली
ये हमर रामदुलारी !
किए ने देखाइतछी अहाँ
हमरा कतौ एकसाथ ??
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__✍ विन्देश्वर ठाकुर 
जनकपुर धाम (नेपाल)
हाल : दोहा, क़तार