|| हे सरस्वती माँ ||

माँ सरस्वती दियौं अहाँ
सबके बुद्धि,ज्ञान हे
अहिं हंसवाहिनी छी अहिं ज्ञानक
 भन्डार हे

बौवा, बुच्ची, सँ लऽकऽ यहाँ बुढ़ बृद्धा
सबके ज्ञानक जोती बारैत रहू
सुनियौं सबके पुकार हे शारदे
सबके दुख सँ उबारैत रहू
वीणा, पुस्तक धारणी  करैछी
कल जोइर कऽ हम प्रणाम हे
अहिं हंसवाहिनी छी ...........

दियौं सबठाम सबके ज्ञान हे सरस्वती माँ
करियौं अहाँ सभक कल्याण हे  सरस्वती माँ
अछि अहाँ के महिमा महान हे
सरस्वती माँ
दियौ अहाँ सब मित्रलोकनि के
ज्ञान हे सरस्वती माँ
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