जिनगी में कहियो भी किनको लेल, नोर नै बहाबि अहाँ ! उ अहाँक नोरक काबिल नहीं होत, आ जे अहाँक नोरक काबिल होत, उ अहाँक रोब नई देत !! …
Read moreजिनगी बहुत बड़का अछि, दोस्त बनबैत रहु ! दिल मिले या नै मिले, हाथ मिलबैत रहु !!
Read moreदोस्ती के दास्तान जब कोई सुनायत , सब सँ पहिने अहिंक ऽ नाम आयत ! और दोस्ती करैय सँ पहिने सब , अप्पन दोस्ती के कसम खायत !!
Read moreफूलकऽ खुश्बू जका गमकैत रहु , चाँदक ऽ चाँदनी जका चमकैत रहु ! अहाँक ऽ जिनगी में कभी नई आबे गम , सदा जीवन एनाही मुस्कुरायत रहु !!
Read moreहमर दोस्ती के अंदाजा नै लगा पायब , खुद के भुइल जायब, मुदा हमरा नै भुइल पायब ! एक बेर हमरा सँ जुदा भ ऽ क ऽ त ऽ देखु , अहाँक ऽ किरिया ह…
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