गज़ल ~ हम गंजेरी भऽ गेलियौ

तोरे  यादमे   हम   गंजेरी  भऽ गेलियौ
तोरे  नामके   हम   पुजेरी  भऽ गेलियौ

बिडि   सिकरेट  सभ  छोडा   गेलही तों
मुदा   तोरे  प्रेमक   नसेरी  भऽ गेलियौ

छातीकें   चिरीबथियर  कऽ  गेलही तों
ओहे छाति सि-सि कऽ धुनेरी भऽ गेलियौ

तासकें  पता  जकाँ  बदल्लहि  जहिना
तहिना  जिनगिक  जुगेरी  भऽ गेलियौ

जखने  चढलै  प्यारकें  नसा  माथ पऽ
तखनेसँ   तोहर    पसेरी   भऽ गेलियौ
सरल वार्णिक -१४
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__.✍ राम सोगारथ यादव 

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