Maithili Shayari - अहाँ बिन कि बितैत अछि हमरा










प्रितक बगिया छोड़ि क अहाँ ,
बसा लेनौ अलग जिनगी !
अहाँ बिन कि बितैत अछि हमरा ,
जेना रहैत अछि जल बिन मछली !!