Maithili Shayari - चलि आउ कटनी में गाँम यौ सजना




चलि आउ कटनी में गाँम यौ सजना ,
अहाँ बिना सुना अछि दलान यौ सजना !
फिक्का परल अछि हमर सब गहना ,
चुरी हँसि हँसि  ताना मारैय कंगना !!