Maithili Shayari - प्रेेम के भी कुछ अंदाज़ होएत अछि






प्रेेम के भी कुछ अंदाज़ होएत अछि ,
जगल आँखि में भी किछ, ख्वाब होएत अछि !
इ जरूरी नै अछि की गम में ही ,
आँसु निकलैत अछि ,
जगलो आँखि में सैलाब होएत अछि !!