गज़ल ~ मैथिलके पहिचान विद्यापति

मिथिलाके अछि शान विद्यापति
हमरासबहक जान विद्यापति

गम गम गमकै छैक ई भाषा
मैथिलके पहिचान विद्यापति

पसरल सगरो गीत छै हुनकहि
संगीतकऽ सुर-तान विद्यापति

जन जन जहिठाँ राम रामायण
ओतहि बेद पुराण विद्यापति

मिथिला नित चमकैत रहए जग
जन जन के सम्मान विद्यापति
मात्राक्रम : २२२ २२१ २२२
__________________________________________