|| गुरु ||

हसेलक' गुरु
कनेलक' गुरु
जीनगीमें बहुत कुछ
सिखेलक गुरु ।।

पढ़ेलक' गुरु
लिखेलक' गुरु
अन्हारोमें रस्ता
देखेलक' गुरु ।।

हमर माता गुरु
हमर पिता गुरु
हमर जीवन संगी
हमर देवता गुरु ।।

गुरु जीवनक' आधार
गुरु जीबन साकार
गुरु भातृत्व प्रेम
गुरु सृजनहार ।।
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__✍ दिनेश रसया 
राजबिराज, लहान (नेपाल)