कखन हरब दुःख मोर यौ बाबा
कखन हरब दुःख मोर
जग सँ थाकि आहिं लग एलऊँ - २
गहल चरण हम तोर
यौ बाबा कखन हरब दुःख मोर
सबहक आश पुरेलियै यौ बाबा हमरो हरु ने क्लेश
सएह सुनि एलियै हमहूँ यौ बाबा सुनियौ हमर महेश
बड़ रे अधम बाबा कतेक कहब हम - २
बरसै आँखि घनघोर
यौ बाबा कखन हरब दुःख मोर ... यौ बाबा
अक्षत,चानन नहि गंगाजल अनलहुँ नहि बेलपात
हम निर्धन की अनितहुँ दानी, अएलहुँ खाली हाथ
सबके देलियै अन्न धन सोनमा - २
हमरो दियौ ने थोड़े थोड़
यौ बाबा कखन हरब दुःख मोर , यौ बाबा
माय-बाप के हम बनियै सहारा , एतबहि दियौ वरदान
एतबहु करियौ कृपा यौ महादेव, नहि त' तेजब पराण
बाल बच्चा नहि बेकल हुए यौ - २
हाथ राखू ने माथ मोर
यौ बाबा कखन हरब दुःख मोर ... यौ बाबा
_______________________________________________