|| अहाँक याद ||

                          __✍ मनिष भाई 
सोना जेहन रुप अहाँ के,
चाँदी जेहन केस !
अहिंके याद कऽ के सजनी,
भुलि जाईछी सब दु:ख कलेश !! । १ ।

अहाँक फोटो देख, मन तर्सैय,
कहिया मिलब फेस टू फेस !
अहिंक लेल रानी हम खटैछी,
अहाँ के छोडि' विदेश !! । २ ।

अहिं हमर जान छी, अहिं हमर प्राण
अहिं मिलनक' आशमें,
अहिं संग बिताएल पल,
याद कऽ खटै छी विदेश !
अहिंक लेल रानी हम लऽकऽ आएब
टीका नथिया ओर ढेर रास सनेश !! । ३ ।

सपनामें रानी अहिं के देखैछी,
सपनामें अहाँ रुपक' रानी लगैछी !
रुप एना चम - चम चमकै
जेना पूर्णिमाक' चान
तें तऽ सदिखन कहैत रहैछी अहाँ के,
I love u जान, I miss u जान !! । ४ ।