Maithili Shayari ~ ओ अबै छल जे सजिक तऽ भोर रहै छल ...






ओ अबै छल जे सजिक तऽ भोर रहै छल,
मोन गदगद हमर ओ कठोर रहै छल !
लाख मनबैछलौ दिल मनिते नई छल,
सदिखन लेटर देब लाऽ बलजोर रहै छल !!