छवि : मैथिली गायिका अंजू यादव |
गै चँदा प्रेम केकरा कहै छय ..?
रौ तोरा नय बुझहल छौ ..?
नय गै कनि' कहि' देन ...
भाग सरदुवा अतेटा भगेलहि अा प्रेम केकरा कहै छय नय बुझहल हौ .. प्रेमी प्रेमीका बिच जे प्रेम होइ छय सँगे प्रेम प्रित मे डुवल रहै छय अोकरा प्रेम कहै छय बुजहलिही ..?
- भाग बताहि' अाब सुन हम कहै छियौ प्रेम अोकरा कहै छय जे साइज बाइज कऽ ढोल पिपहि लकऽ बियाह कऽकऽ अा पति- पतनी दुनु सँग रहिकऽ जिनगी बितबैत अछि अोकरा प्रेम कहै छय
- तेना थोरहि' होइ छय
तब केना .? तोहर मोन पति पतनी प्रेम नय करै छय ..?
से बता नय छय अाब जे कहै छियौ से धियान सँऽ सुन ..!
... ले कह हम सुनय छि ..!
प्रेम के परीभाषा कोनो बैज्ञानिक नय दिय सकलकै अा नय भविष्य मे देतै प्रेम कहल चिज एकैटा अछि मुदा सब सँऽ होइ छय इ कोनो जरूरी नय प्रेमीए प्रेमीका के प्रेम कहै छय .. प्रेम पपा स भऽ सकैय, भाई सँऽ,
माँ सँऽ, बहिन सँऽ, सब सँऽ मुदा सबहक प्रेम छुटियाअोल गेल अछि ..!
प्रेम प्रेमे होइ छय बुझलिही ...?