हे माँ हे माँ हे माँ हे माँ ... मैथिल देश प्रेमिक ऽ लेल ई गीत वीरताक ऽ चुनौती देत जँ सब मैथिल मिलके दुश्मनक ऽ वली देत !! हे माँ हे माँ हे माँ…
Read moreआबि गेल अछि साउनकऽ महिना , सजनी आ सजनाके मिलनक ऽ महिना ! ए बादल तू कनिक थैम क ऽ बरस , हमरासँ मिले आबि रहल अछि हमर हसिना !!
Read moreखुशी सब हँसि - हँसि कऽ आब , बुझाईय देत हमरा मारि ये ! फुलसँ पवित्र हमरा प्यारमें , अहाँ देलौं दाग लगाबि ये !! भुल्लोसँ नै भूलल ऽ जाइत अछि ई ज …
Read moreहमर एक एहसास छी अहाँ , हमर दिल के प्यास छी अहाँ ! जीनगीमें एहन घुलि मिल गेलौं , आब अहाँक ऽ छोड़ि जाउ कहाँ !!
Read moreअहाँकऽ ई दिल सँ निकाली कोना , कहलौं हमरा किछयो नै ! तन से तन तऽ मिललऽ मुदा , दिल सँ दूर होइब कहियो नै !!
Read moreहमर प्रेमकऽ एहसास तखन होत , जखन अहाँक ऽ दिल कियो तोड़ि देत ! आ जाइब दौड़ल पास हमर , जब कियो अहाँक ऽ साथ छोड़ि देत !!
Read moreहम कोना कहु की अहाँ छी बेवफ़ा , अहाँ त ऽ छी हमर दिलक ऽ देवता ! हमरा सँ एहन कोन भेल गलती जँ , अप्पन भक्त से ही रूठि गेलै देवता !!
Read moreप्रेमी रविन्द्र मिथिलाञ्चल शायरी के मेम्बर रचनाकार प्रेमी रविन्द्र जी के रचना सब स्टेप By स्टेप पढ़ि सकैत छी। आ मिथिलाञ्चल शायरी पर अपने सब मैथिली में र…
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