प्रितक ऽ बगिया छोड़ि क ऽ अहाँ , बसा लेनौ अलग जिनगी ! अहाँ बिन कि बितैत अछि हमरा , जेना रहैत अछि जल बिन मछली !!
Read moreजब जीनगी सँ जाइके छल त ऽ जीनगी में एलौं किया , जब साथ छोड़ के छल त ऽ साथ निभैलौं किया ! आई नोर पोछि रहल छी, एक माझी बैन क ऽ , जब दिल तोइड क ऽ जाइ…
Read moreखुशी सब हँसि - हँसि कऽ आब , बुझाईय देत हमरा मारि ये ! फुलसँ पवित्र हमरा प्यारमें , अहाँ देलौं दाग लगाबि ये !! भुल्लोसँ नै भूलल ऽ जाइत अछि ई ज …
Read moreसात जनम के कसम खा ऽ क ऽ , हँसा दैत अछि प्यार ! खेल क ऽ सभक ऽ ज़ज्बात सँ , रुला दैत अछि प्यार !!
Read moreहमर प्रेमकऽ एहसास तखन होत , जखन अहाँक ऽ दिल कियो तोड़ि देत ! आ जाइब दौड़ल पास हमर , जब कियो अहाँक ऽ साथ छोड़ि देत !!
Read moreMithilanchal Shayari Bewafa Shayari Categoires में अहाँ सम्पूर्ण साथी सभके Welcome अछि।
Read more© All Copyrights reserved to Mithilanchal Shayari | Designed by Anand Sharma
Social Plugin