|| घूरि आउ कान्हा ||

हे नटवर गीरीधर गीरीधारी ।
केशव माधव कृष्ण मुरारी ।।
बाट जोहैथ राधा आठो याम यौ ।
घूरि आउ कान्हा गोकुल धाम यौ ।

सुन जमुना तट, उदास छै गैया ।
बाट जोहै छथि, यशोदा मैया ।।
वृंदावनकेँ कण-कण जपय नाम यौ ।
घूरि आउ कान्हा ----

मन मोहन मोहल मोन अहाँ कोना ।
वंशीक तान मोहक मुस्कीमे टोना ।।
गोपी बिकायल नेने बिनु दाम यौ ।
घूरि आउ कान्हा ---
________________________________________


__✍ मैथिल प्रशान्त 
दुर्गौली, बेनीपट्टी (भारत)