|| गाम - नगर में ||

गाम - नगर में सोरसराबा सुनल गेल बड़ बेसी ,
लोकतन्त्र में अपन अधिकार लऽकऽ रहत मधेशी !
जनसंख्या सँ जनसागर में जोरल छलौं हम सीधा ,
खाकऽ हमहुं लाठी गोली पारकेलौं सबटा बाधा !!

बटवृक्षक' अंकुर बनि जनमल कतेको आशा ,
लतरल चतरल मधेश में हेतै नै कतौ निराशा !
 जाइत पाइत में नै ओझराक' चुनब असली नेता ,
विकाश में लिखत नव ईतिहास मधेशक' बेटा !!

हिसाब सीधा सबकिछु में छी आधा के अधिकारी ,
कानून में जँ ई नै लिखत त
 होयत समस्या भारी !
मधेशक' नेता चिन्हु समस्या करु नै अपना में टन्टा ,
छी जागल अधिकारक' लेल सब मधेशी जनता !!