आइ फूल अपन ब्यथा सुनबै अछि !
कोना'क जीवन अपन बितबै अछि !!
कांटक बीचमे रहि नमहर भेलै !
आबि'क वो भमहरा रस पीबै अछि !!
आबि'क वो भमहरा रस पीबै अछि !!
किनको खोपाके सुन्दरता बढ़ेलकै !
अपन कोट पर कियौ सजबै अछि !!
अपन कोट पर कियौ सजबै अछि !!
रिझबै प्रेमी प्रेमिका के हाथ रहि'क !
ओकर मंडब के शोभा बढ़बै अछि !!
ओकर मंडब के शोभा बढ़बै अछि !!
सफल नै भेल तखनहु इ जिनगी !
जखन देवी देवता के चढ़बै अछि !!
जखन देवी देवता के चढ़बै अछि !!
जीवन पुर्ण भऽ जाइए ओहि क्षणमे !
सहिद'क ऊपर जखन बिछबै अछि !!
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__.✍ बिजय कुमार झा
देवडीहा, नगराइन धनुषा (नेपाल)
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__.✍ बिजय कुमार झा
देवडीहा, नगराइन धनुषा (नेपाल)